सारल्य संज्ञा पुं॰ [सं॰] १. सरल होने का भाव । सरलता । उ— किंतु हा । यह कैसा सारल्य? सालता है जो बनकर शल्य ।—साकेत, पृ॰ ३५ । २. सत्यता । ईमानदारी । सचाई [को॰] ।