सारल्य

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

सारल्य संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. सरल होने का भाव । सरलता । उ— किंतु हा । यह कैसा सारल्य? सालता है जो बनकर शल्य ।—साकेत, पृ॰ ३५ ।

२. सत्यता । ईमानदारी । सचाई [को॰] ।