सिंगी
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]सिंगी ^१ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ सोंग]
१. सोंग का बना हुआ फूँककर बजाया जानेवाला एक प्रकार का बाजा । तुरही । विशेष—इसे शिकारी लोग कुत्तों को शिकार का पता देने के लिये बजाते हैं ।
२. सींग का बाजा जिसे योगी लोग फूँककर बजाते हैं । उ॰— सिंगी नाद न बाजही कित गए जोगी । — दा्दू (शब्द॰) । क्रि॰ प्र॰— फूँलना — बजाना ।
३. घोड़ों का एक बुरा लक्षण ।
सिंगी ^२ संज्ञा स्त्री॰
१. एक प्रकार की मछली । विशेंष—यह मछली बरसाती पानी में अधिकता से होते है । इसके काटने या सींग गडा़ने से एक प्रकारर का विष चढ़ता है । यह एक फुट के लगभग लंबी होती है और खाने के योग्य नहीं होती ।
२. सींग की बनी नली जिससे घूमनेवाले देहाती जरहि शरीर का रक्त चूसकर निकालते हैं । क्रि॰ प्र.— लगाना ।