सिआर

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

सिआर संज्ञा पुं॰ [सं॰ श्रृगाल॰ प्रा॰ सिआल] [स्त्री॰ सिआरी] श्रृगाल । गीदड़ । उ॰—भयो चलत असगुन अति भारी । रबि के आछत फेकर सिआरी ।—सबल सिंह (शब्द॰) ।