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सिकार

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

सिकार ‡ संज्ञा पुं॰ [फा़॰ शिकार] दे॰ 'शिकार' । उ—(क) कंपहिं सिकार गज तुंड डर सब बिघंन गनपति हरय ।—पृ॰ रा॰, ६ ।९८ । (ख) खिल्लत सिकार पिथ कुँअर डर पशु पीपंर दल थरहरै ।—पृ॰ रा॰, ६ ।१०० ।