सिकुड़ना क्रि॰ अ॰ [सं॰ सङकुचन] १. दूर तक फैली वस्तु का सिमटकर थोड़े स्थान में होना । सुकड़ना । आकुंचित होना । बटुरना । २. संकीर्ण होना । तंग होना । ३. बल पड़ना । शिकन पड़ना । संयो॰ क्रि॰—जाना ।