सिखी

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

सिखी संज्ञा पुं॰ [सं॰ शिखिन्] दे॰ 'शिखी' । उ॰—(क) धुनि सुनि उतै लिखो नाचौ, सिखी नाचै इते, पी करैं पपीहा उतै इते प्यारी सी करे ।—प्रतापनारायण (शब्द॰) । (ख) सिखी सिखर तनु धातु बिराजति सुमन सुगंध प्रवाल ।—सूर (शब्द॰) ।