सिड़ संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ सिड़ी] १. पागलपन । उन्माद । बावलापन । २. सनक । धुन । क्रि॰ प्र॰—चढ़ना । मुहा॰—सिड़ सवार होना = सनक होना । धुन होना ।