सिदौसी
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]सिदौसी संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ सद्यस्]
१. तड़के । मुँह अँधेरे । धुँधलका । उ॰—खूब सिदौसी, मुँह अँधियारे बाकी चकिया जबै पुकारे, तब तू बाकी सुनियो ना; गुइयाँ, प्रीति को मरम काहूते बतैयो ना ।—कुंकुम, पृ॰ ८३ ।
२. जल्दी । शीघ्र । विना बिलंब लगाए । उ॰—अमर नगर पहिचान सिदौसी तब नहि आवन जाना रे ।—चरण॰ बानी, पृ॰ १०६ ।