सिद्धार्थ
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]सिद्धार्थ ^१ वि॰ [सं॰]
१. जिसकी कामनाएँ पूर्ण हो गई हों । सफल- मनोरथ । पूर्णकाम ।
२. जो लक्ष्य या सिद्धि तक ले जाय (को॰) ।
३. जिसका अर्थ या प्रयोजन ज्ञात हो । ज्ञाताभिप्राय (को॰) ।
सिद्धार्थ ^२ संज्ञा पुं॰
१. गौतम बृद्ध ।
२. स्कंद के गणों में से एक ।
३. राजा दशरथ का एक मंत्री ।
४. साठ संवत्सरों में से एक ।
५. जैनों के २४ वें अर्हत् महावीर के पिता का नाम ।
६. वह भवन जिसमें पशिचम और दक्षिण और बड़ी शालाएँ (कमरे का हाल) हों ।
७. श्वेत सर्षप या पीली सरसो (को॰) ।
८. शिव (को॰) ।
९. एक मारपुत्र (को॰) ।
१०. बटी वृक्ष (को॰) ।
११. प्रसिद्ध अर्थ (को॰) ।