सिरमौर
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]सिरमौर संज्ञा पुं॰ [हिं॰ सिर + मौर]
१. सिर का मुकुट । उ॰— याकें तीर सदा खुलि खेलत राधारमन रसिक सिरमौर । —घनानंद, पृ॰ ४४३ ।
२. सिरताज । शिरोमणि । प्रधान या श्रेष्ठ व्यक्ति । उ॰—सहज सलोने राम लखन ललित नाम जैसे सुने तैसेई कुँअर सिरमौर हैं ।—तुलसी (शब्द॰) ।