सिलसिला
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]सिलसिला ^१ संज्ञा पुं॰ [अ॰]
१. बँधा हुआ तार । क्रम । परंपरा
२. श्रेणी । पंक्ति । जैसे,—पहाड़ों का सिलासिला ।
३. जंजीर । लड़ी ।
४. व्यवस्था । तरतीब । जैसे,—कुरसियों को सिलासिले से रख दो ।
५. कुलपरंपरा । वंशानुक्रम ।
६. संबंध । लगाव । वेश ।
८. बेड़ी । श्रृंखला । निगड ।
सिलसिला ^२ वि॰ [सं॰ सिक्त]
१. भींगा हुआ । आर्द्र । गीला ।
२. जिसपर पैर फिसले । रपटनवाला । रपटीला ।
३. चिकना । मृदु । उ॰—बैंदी भाल तमोल मुख, सीस सिलसिले बार । द्दग आँजे राजे खरी, येही सहज सिंगार ।—बिहारी (शब्द॰) ।