सिवाय

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

सिवाय ^१ क्रि॰ वि॰ [अ॰ सिवा] अतिरिक्त । अलावा । छोड़कर । बाद देकर । उ॰—समुद्र को चंद्रमा के सिवाय और कौन बढ़ा सकता है ।—भारतेंदु ग्रं॰, भा॰ १,पृ॰ ३८९ ।

सिवाय ^२ वि॰

१. आवश्यकता से अधिक । जरुरत से ज्यादा । वेशी ।

२. अधिक । ज्यादा ।

३. ऊपरी । बालाई । मामूली से अतिरिक्त और ।

सिवाय ^३ संज्ञा पुं॰ वह आमदनी जो मुकर्रर वसूली के ऊपर हो ।