सीगा
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]सीगा ^१ संज्ञा पुं॰ [अ॰ सीगह्]
१. साँचा । ढाँचा ।
२. व्यापार । पेशा ।
३. पुरुष, काल आदि की दृष्टि से क्रिया का रूप (को॰) । ४विभाग । महकमा । यौ॰—सीगेवार=ब्योरेवार ।
५. एक प्रकार के वाक्य जो मुसलमानों के विवाह के समय कहे जाते हैं ।
सीगा ^२ संज्ञा पुं॰ [अं॰ सिगार] दे॰ 'सिगार' ।
सीगा पु † ^३ वि॰ [हिं॰ सगा] अपना । निकटस्थ । जो पराया न हो । संबंधी । उ॰—नेड़ा बेसाँ जाय नित, सीगो मित्र समान ।— बाँकी॰ ग्रं॰,भा॰२, पृ॰ ४५ ।