सीला
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
सीला ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ शिल]
१. अनाज के वे दाने जो फसल कटने पर खेत में पड़े रह जाते हैं जिन्हें तपस्वी या गरीब लोग चुनते हैं । सिल्ला । उ॰—(क) कविता खेती उन लई सीला बिनत मजूर ।—(शब्द॰) । (ख) विष समान सब विषय बिहाई । बसै तहाँ सीला बिनि खाई ।—रघुराज (शब्द॰) ।
२. खेत में गिरे दानों को चुनकर निर्वाह करने की मुवियों की वृत्ति ।
सीला ^२ वि॰ [सं॰ शीतल] [वि॰ स्त्री॰ सीली] गीला । आर्द्र । तर । नम ।