सुखाना

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

सुखाना ^१ क्रि॰ स॰ [हिं॰ सूखना का प्रे॰ रूप]

१. किसी गोली या नम चीज को धूप या हवा में अथवा आँच पर इस प्रकार रखना या ऐसी ही और कोई क्रिया करना जिससे उसकी आर्द्रता या नमी दूर हो या पानी सूख जाय । जैसे,—धोती सुखाना, दाल सुखाना, मिर्च सुखाना, जल सुखाना ।

२. कोई ऐसी क्रिया करना जिससे आर्द्रता दूर हो । जैसे,—इस चिंता ने तो मेरा सारा खून सुखा दिया ।

सुखाना ^२ † क्रि॰ अ॰ दे॰ 'सूखना' ।