सुतार

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

सुतार ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ सूत्रकार, प्रा॰ सुत्तआर>सुत्तार]

१. बढ़ई ।

२. शिल्पकार । कारीगर ।

सुतार पु ^२ वि॰ [सं॰ सु + तार] अच्छा । उत्तम । उ॰—कनक रतन मणि पालनी अति गढ़नो काम सुतार । विविध खिलौना भाँति भाँति के गजमुक्ता बहुधार ।—सूर (शब्द॰) ।

सुतार † ^३ संज्ञा पुं॰ सुभीता । उपयुक्त समय । सुविधा । क्रि॰ प्र॰—बैठना ।

सुतार ^४ वि॰ [सं॰]

१. अत्यंत उज्वल ।

२. जिसकी आँख की पुतलियाँ सुंदर हो ।

३. अत्यंत उच्च ।

सुतार ^५ संज्ञा पुं॰

१. एक प्रकार का सुगंधिद्रव्य ।

२. एक आचार्य का नाम ।

३. सांख्य दर्शन के अनुसार एक प्रकार को सिद्धि । गुरु से पढ़े हुए अध्यात्मशास्त्र का ठीक ठीक अर्थ समझना ।

सुतार संज्ञा पुं॰ [देश॰] हुदहुद नामक पक्षी ।