सुधर्म

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

सुधर्म ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. उत्म धर्म । पुण्य कर्तव्य ।

२. जैन तीर्थंकर महावीर के दस शिष्यों में से एक ।

३. किन्नरों के एक राजा का नाम ।

४. देवताओं का एक वर्ग (को॰) ।

सुधर्म ^२ वि॰ धर्मपरायण । धर्मनिष्ठ ।