सुधारना
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]सुधारना ^१ क्रि॰ स॰ [हिं॰ सुधरना]
१. दोष या बुराई दूर करना । बिगड़े हुए को बनाना । दुरुस्त करना । संशोधन करना ।
२. संस्कार करना । सँवारना । उ॰—दुहु कर कमल सुधारत बाना ।—मानस, ६ ।११ ।
सुधारना ^२ वि॰ [वि॰ स्त्री॰ सुधारनी] सुधारनेवाला । ठीक करनेवाला । (क) उ॰—भगति गोपाल को सुधारनो है नर देहँ, जगत अधारनी है जगत उधारनी ।—गिरधर (शब्द॰) ।