सुराही
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]सुराही संज्ञा स्त्री॰ [अ॰] जल रखने का एक प्रकार का प्रसिद्ध पात्र जो प्रायः मिट्टी का और कभी कभी पीतल या जस्ते आदि धातुओं का भी बनता है । विशेष—यह पात्र बिलकुल गोल हंडी के आकार का होता है, पर इसका मुँह ऊपर की ओर कुछ दूर तक निकला हुआ गोल नली के आकार का होता है । प्रायः गरमी के दिनों में पानी ठंढा करने के लिये इसका उपयोग होता है । इसे कहीं कहीं कुज्जा भी कहते हैं । यौ॰—सुराहीदार । सुराहीनुमा=सुराही जैसा । सुराही के समान । कुज्जे के आकार का ।
२. बाजु, जोशन या बरेखी के लटकते हुए सुत में घुंडी के ऊपर लगनेवाला सोने या चाँदी का सुराही के आकार का बना हुआ छोटा लंबोतरा टुकड़ा ।
३. कपड़े की एक प्रकार की काट जो पान के आकार की होती है । इसमे मछली की दुम की तरह कुछ कपड़ा तिकोना लगा रहता है । (दर्जी) ।
४. नैचे में सबसे ऊपर की ओर वह भाग जो सुराही के आकार का होता है और जिसपर चिलम रखी जाती है ।