सुस्त

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

सुस्त वि॰ [फा़॰]

१. जिसके शरीर में बल न हो । दुर्बल । कम- जोर ।

२. चिंता या लज्जा आदि के कारण निस्तेज । उदास । हतप्रभ । जैसे,—उस दिन की बात का जिक्र आते ही वह सुस्त हो गया ।

३. जिसका वेग, प्रबलता या गति आदि कम हो, अथवा घट गई हो । क्रि॰ प्र॰—पड़ना ।—होना ।

४. जिसे कोई काम करने में आवश्यकता से अधिक समय लगाता हो । जिससें तत्परता का अभाव हो । आलसी । जैसे,—तुम्हारा नौकर बहुत सुस्त है ।

५. जिसकी गति मंद हो । धीमी चालवाला । जैसे,—(क) छोटी लाइन की गाड़ियाँ बहुत सुस्त होती हैं ।(ख) तुस्हारी घड़ी कुछ सुस्त जान पड़ती है ।

६. जिसकी बुद्धि तीव्र न हो । जो जल्दी कोई बात न समझता हो । जैसे,—यह लड़का दरजे भर में सबसे ज्यादा सुस्त है ।

७. अस्वस्थ । रोगी । बीमार (लश॰) ।