सूआ
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]सूआ ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ शुक, प्रा॰ सुअ] सुग्गा । तोता । शुक । कीर । उ॰—सूआ सरस मिलत प्रीतम सुख सिंधुवीर रस मान्यो । जानि प्रभात प्रभाती गायो भोर भयो दोउ जान्यो । —सूर (शब्द॰) ।
सूआ ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ शूक (=नुकीला अग्रभाग)]
१. बड़ी सूई ।
२. सींख । (लश॰) ।