सूति
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]सूति पु ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ स्मृति] याद । सुधि । उ॰—पंच संगी पिव पिव करै छठा जु सुमिरै मंन । आई सूति कबीर की पाया राम रतंन ।—कबीर ग्रं॰, पृ॰ ५ ।
सूति ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]
१. जन्म ।
२. प्रसव । जनन ।
३. उत्पत्ति का स्थान या कारण । उदगम ।
४. फल या फसल की उत्पत्ति । पैदावार ।
५. वह स्थान जहाँ सोमरस निकाला जाता था ।
६. सोमरस निकालने की क्रिया ।
७. सीना । सीवन । (क्व॰) ।
सूति ^३ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. विश्वामित्र के एक पुत्र का नाम ।
२. हंस ।