सूर्यवंश

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

सूर्यवंश संज्ञा पुं॰ [सं॰] क्षत्रियों के दो आदि और प्रधान कुलों में से एक जिसका आरंभ इक्ष्वाकु से माना जाता है । विशेष—पुराणानुसार परमेश्वर के पुत्र ब्रह्मा, ब्रह्मा के मरीचि, मरीचि के कश्यप, कश्यप के सूर्य, सूर्य के वैवस्वत मनु और वैवस्वत मनु के पुत्र इक्ष्वाकु थे । इक्ष्वाकु का नाम वैदिक ग्रंथों में भी आया है । ये इक्ष्वाकु त्रेता युग में अयोध्या के राजा थे । त्रेता और द्वापर की संधि में इसी वंश में दशरथ के यहाँ श्रीरामचंद्र जी ने जन्म लिया था । द्वापर के प्रारंभ में श्रीरामचंद्र के पुत्र कुश हुए । कुश के वंश ने सुमित्र तक द्वापर में एक हजार वर्ष राज्य किया । इसके बाद इस वंश की विश्रांति हुई ।