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सृङ्का

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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सृंका संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ सृङ्का]

१. दीप्त या प्रकाशयुक्तरत्नों की माला ।

२. पथ । राह । रास्ता [को॰] ।