सेथी पु अव्य॰ [सं॰ सहित] दे॰ 'सहित' । उ॰—काँधा सेथी टूट कर जमी पड़ो वा जीह ।—बाँकी॰ ग्रं, भा॰ २, पृ॰ ५५ ।