सेला
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
सेला ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ शल्लक, शल्क (=छिलका, मछली का सेहरा)]
१. रेशमी चादर या दुपट्टा ।
२. साफा । रेशमी शिरोबंध । उ॰—कौऊ कुंद बेला भूखन नवेला धरै कोऊ पाग सेला कोऊ सजै साज छेला सो ।—गोपाल (शब्द॰) ।
सेला ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ शालि] वह धान जो भूसी छाँटने के पहले कुछ उबाल लिया गया हो । भुँजिया धान ।