सैफ

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

सैफ संज्ञा स्त्री॰ [अ॰ सैफ़] तलवार । उ॰—(क) यों छबि पावत हैं लखौ अंजन आँजे नैन । सरस बाढ़ सैफन धरी जनु सिकलीगर मैन ।—रसनिधि (शब्द॰) । (ख) कोउ कहीत भामिनि भ्रुकुटि विकट बिलोकि श्रवण समीप लौं । ये साफ सैफ करैं कतल नहिं छमै जानि तिय सजनी पलौ ।—रघुराज (शब्द॰) । यौ॰—सैफ जबान = वह जिसकी जबान सत्य हो । जिसकी वाणी या कथन पुर असर हो । सैफबान = तलवार लटकानेवाला परतला ।