सोज

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

सोज ^१ संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ सूजना]

१. सूजने की क्रिया, भाव या अवस्था । सूजन । शोथ ।

२. दे॰'सौज' । उ॰—तुलस ी समिध सोज लंक जग्यकुंड लखि जातधान पुंग फल जव तिल धान हैं । — तुलसी (शब्द॰) ।

सोज ^२ संज्ञा पुं॰ [फ़ा॰ सोज]

१. जलन । ज्वाला । उ॰— अगन कूँ दिया सोज सो रोशनी । जमीन कूँ दिया खिलअत गुलशनी ।—दक्खिनी, पृ॰११७ ।

२. बेदना । मनस्ताप । पीड़ा [को॰] ।