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सोझा

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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सोझा ^१ वि॰ [सं॰ सम्मुख, म॰ प्रा॰ समुज्झ ?; अथवा सं॰ शुद्ध, प्रा॰ सुद्ध, सुझ्झ] [वि॰ स्त्री॰ सोझी]

१. सीधा । सरल । उ॰— (क) दादू सोझा राम रस अभ्रित काया कूल । — दादू (शब्द॰) । (ख) है वहँ डोर सुरति कर सोझी गुरु के शब्द चढ़ि जइए हो । — धरम॰ श॰, पृ॰११ ।

२. ठीक सामने की ओर गया हुआ । दे॰'सोझ' —२ ।

सोझा ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ शोध (=अन्वेषण), शुद्ध, प्रा॰ सुज्झ] सुधि । शोध । स्मृति । स्मरण । याद । उ॰— ईत ऊत की सोझो परे । कौन मर्म मेरा करि करि मरै । — कबीर ग्रं॰, पृ॰३२७ ।