सोनी

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

सोनी पु१ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ सोना] सुनार । स्वर्णकार । उ॰— (क) देव दिखावति कंचन से तन औरन को मन तावै अगोनी । सुंदरि सांचे में दै भरि काढ़ी सी आपने हाथ गढ़ी विधि सोनी । — देव (शब्द॰) । (ख) सुंदर काढ़ै सोधि करि सद- गुरु सोनी हाइ । शिवसुवर्ण निर्मल करै टांका रहै न कोइ । — सुंदर ग्रं॰, भा॰ २, पृ॰६७३ ।

सोनी ^२ संज्ञा पुं॰ [देश॰]

१. एक जातिविशेष का नाम ।

२. तुन की जाति का एक वृक्ष ।