सोय पु ^१ सर्व॰[हिं॰ सो + ही, ई] वही ।
सोय ^२ सर्व॰ दे॰ 'सो' । उ॰—कै लघु कै बड़ मीत भल, सम सनेह दुख सोय । तुलसी ज्यों धृत मधु सरिस, मिले महा विष होय ।—तुलसी (शब्द॰) ।