सोरठ

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

सोरठ ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ सलौराष्ट्र, प्रा॰ सोरट्ठ]

१. भारत का एक प्रदेश जो राजस्थान के दक्षिणपश्चिम पड़ता है । गुजरात और दक्षिणी काठियावाड़ का प्राचीन नाम ।

२. सोरठ देश की राजधानी, सूरत । उ॰—नृप इकै वीर भद्र अस नामा । सोरठ नगर माँहि तेहि धामा ।—विश्राम (शब्द॰) ।

सोरठ ^२ संज्ञा पुं॰, स्त्री॰ [देश॰] ओड़व जाति का एक राग जो हिंडोल का पुत्र कहा गया है । विशेष—इसमें गांधार और धवत स्वर वर्जित हैं । यह पंचम, भैरवी, गुर्जरी, गांधार और कल्याण के संयोग से बना माना जाता है । इसके गाने का समय रात१६ दंड से २० जंड तक है । कोई सोरठ को षाडव जाति की रागिनी मानते हैं । मुहा॰—खुली सोरठ कहना = खुले आम कहना । कहने में संकोच या भय न करना ।

सोरठ मल्लार संज्ञा पुं॰ [हिं॰ सोरठ + मल्लार] संपूर्ण जाति का एक राग जिसमें सब शुद्ध स्वर लगते हैं ।