सौप्तिक

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

सौप्तिक ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. रात को सोते हुए मनुष्यों पर आक्र- मण । रात्रियुद्ध । निशारण । रात्रिमारण ।

२. महाभारत के दसवें पर्व का नाम । सौप्तिक पर्व । विशेष—इस पर्व में पांडवों की अनुपस्थिति में उनके सोते हुए विजयी दल पर अश्वत्थामा की प्रधानता में कृतवर्मा, कृपाचार्य आदि द्वारा आक्रमण करने का वर्णन है । द्रौपदी के गर्भ से उत्पन्न पांडवों के पाँचों पुत्र, धृष्टद्युम्न आदि और महाभारत से बचे अनेक वीर इसी युद्ध में मार डाले गए थे ।

सौप्तिक ^२ वि॰ सुप्त संबंधी ।