स्तेय ^१ स्त्री॰ पुं॰ [सं॰] १. चोरी । चौर्य्य । रहजनी । २. गोप्य या सबसे चुरा छिपाकर रखने लायक वस्तु । ३. चोरी की जाने के लायक या चोरी गई वस्तु (को॰) ।
स्तेय ^२ वि॰ जो चोरी गया हो या चुराया जा सके ।