स्थापत्य
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
स्थापत्य संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. स्थापति का कार्य । भवननिमर्णि । राज- गीरी । मेमारी ।
२. वह विद्या जिसमें भवननिर्माण संबंधी सिद्धांतों आदि का विवेचन हो ।
३. अंतःपुर का रक्षक । रनि- वास की रखवाली करनेवाला ।
४. स्थानरक्षक का पद । यौ॰—स्थापत्य कला= भवन आदि निर्माण करने की कला । स्था- पत्यविद्या=वास्तुशिल्प । दे॰ 'स्थापत्य—२' । स्थापत्यवेद ।