स्पृहा संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] १. अभिलाषा । इच्छा । कामना । ख्वाहिश । २. न्यायदर्शन के अनुसार किसी ऐसे पदार्थ की प्राप्ति की कामना जो धर्म के अनुकूल हो । ३. ईर्ष्या (को॰) ।