स्फुट
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
स्फुट वि॰ [सं॰]
१. जो सामने दिखाई देता हो । प्रकाशित । व्यक्त ।
२. खिला हुआ । विकसित । जैसे,—स्फुटित कमल ।
३. जो स्पष्ट हुआ हो । साफ ।
४. शुक्ल । सफेद ।
५. फुटकर । अलग अलग ।
६. टूटा हुआ या फटा हुआ । विदीर्ण । खंडित (को॰) ।
७. सुविदित । प्रसिद्ध (को॰) ।
८. उच्च ऊँचा (को॰) ।
९. सत्य । प्रत्यक्ष (को॰) ।
१०. दीप्तिमान् । चमकीला (को॰) ।
११. सुधारा हुआ । संशोधित (को॰) ।
१२. विशिष्ट । असाधारण (को॰) ।
स्फुट ^२ संज्ञा पुं॰
१. जन्मकुंडली में यह दिखाना कि कौन सा ग्रह किस राशि में कितने अंश, कितनी कला और कितनी विकला में है ।
२. साँप का फन (को॰) ।
स्फुट ^३ अव्य॰ साफ साफ । स्फष्टतः [को॰] ।
स्फुट सूर्यगति संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] सुर्य की दृश्यमान गति अथवा सूर्य की वास्तविक गति [को॰] ।