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स्याल

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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स्याल ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰] पत्नी का भाई । साला । श्याल । श्यालक । उ॰—सुनत स्याल के वचन महीपति पढ़ै सुमंत तुरंता । भ्रातन सहित राम बुलवायो आये अति विलसंता । —रघुराज (शब्द॰) ।

स्याल ^२ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ स्यार] दे॰ 'सियार' या 'स्यार' । उ॰— सरमा से कुत्ते, स्याल आदि उत्पन्न हो गए । —सत्यार्थ प्रकाश (शब्द॰) ।