स्वकीया
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]स्वकीया संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]
१. अपनी विवाहिता स्त्री । पत्नी ।
२. साहित्य में नायिका के दो प्रधान भेदों में से एक । वह नायिका या स्त्री जो अपने ही पति में अनुरराग रखनेवाली हो । विशेष—स्वकीया दो प्रकार की कही गई हैं—
१. ज्येष्ठा और
२. कनिष्ठा । अवस्थानुसार इनके तीन और भेद किए गए हैं— मुग्धा, मध्या और प्रौढ़ा । (विशेष दे॰ ये शब्द) ।