स्वधा
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]स्वधा ^१ अव्य॰ [सं॰] एक शब्द या मंत्र जिसका उच्चारण देवताओं या पितरों को हवि देने के समय किया जाता है । विशेष—मनु के अनुसार श्राद्ध के उपरांत स्वधा का उच्चारण श्राद्धकर्ता के लिये बड़ा आशीर्वाद है ।
स्वधा ^२ संज्ञा स्त्री॰
१. पितरों को दिया जानेवाला अन्न या भोजन । पितृ अन्न । उ॰—मेरे पीछे पिंड का लोप देख मेरे पुरखे स्वधा इकट्ठी करने में लगे हुए, श्राद्ध में इच्छापूर्वक भोजन नहीं करते ।—लक्ष्मण (शब्द॰) ।
२. दक्ष की एक कन्या जो पितरों की पत्नी कही गई है ।
३. अपनी प्रकृति या स्वभाव । अपनी इच्छा या रुचि (को॰) ।
४. अन्न या आहुति (को॰) ।
५. पितरों को दी जानेवाली आहुति या हवि (को॰) ।
६. अपना अंश या भाग (को॰) ।
७. श्राद्ध । मृतककर्म (को॰) ।
८. सांसारिक भ्रम । माया (को॰) ।