स्वरलिपि संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ स्वर + लिपि] संगीत में प्रयुक्त होनेवाले वे संकेत चिह्न जिनसे किसी राग में आरोह अवरोह का ज्ञान होता है । २. वह पाठ या गेय रचना जो उक्त चिह्नों के आधार पर पठित हो ।