स्वरलिपि

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

स्वरलिपि संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ स्वर + लिपि] संगीत में प्रयुक्त होनेवाले वे संकेत चिह्न जिनसे किसी राग में आरोह अवरोह का ज्ञान होता है ।

२. वह पाठ या गेय रचना जो उक्त चिह्नों के आधार पर पठित हो ।