हंदा संज्ञा पुं॰ [सं॰ हन्तकार] पुरोहित या ब्राह्मण के लिये निकाला हुआ भोजन । विशेष—पंजाब के खत्री ब्राह्मणों में यह प्रथा है कि सबेरे की रसोई में से कुछ अंश अपने पुरोहित के लिये अलग कर देते हैं । इसी को हंदा कहते हैं ।