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हंभार

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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हंभार पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ हम्भारव] रँभाना । चिल्लाना ।दे॰ 'हंभा' । उ॰—(क) कंद्रन्न गाव संपत्त वच्च । हंभार कियौ सुर उच्च तच्च । —पृ॰ रा॰, १ । १५३ । (ख) छल छैल चोर मन भए पंग । हंभार सब्द गो करि उतंग । —पृ॰ रा॰, १५ । १४ ।