हंसला पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ हंस; +अप, डा या ला (प्रत्य॰)] साधु जिसकी आत्मा शुद्ध हो । शुद्ध आत्मावाला साधु । उ॰—साधु सदा संजमि रहै, मैला कदे न होइ । सुंनि सरोवर हंसला, दादू बिरला कोइ ।—दादू॰ बानी, पृ॰ ३०४ ।