हकीर

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

हकीर वि॰ [अ॰ हकीर]

१. जिसका कुछ महत्व न हो । बहुत छोटा । तुच्छ । नाचीज । उ॰—क्या बात कहते हो पीराने पीर । मुजे क्या जो बूजे हो तुमने हकीर ।—दक्खिनी॰, पृ॰ २३४ ।

२. उपेक्षा के योग्य । उपेक्षणीय । उ॰—मैं इस हकीर हज्जाम के मुँह से निकले शब्दों की सचाई तसलीम करता हूँ ।—पीतल॰, पृ॰ ३६० ।