हजो संज्ञा स्त्री॰ [अ॰ हज्व] १. निंदा । बुराई । अपकीर्ति । बदनामी । क्रि॰ प्र॰—करना ।—होना । २. वह कविता जो किसी के प्रति निंदा, अपकीर्ति या व्यंग्योक्ति- परक हो ।