हजो

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

हजो संज्ञा स्त्री॰ [अ॰ हज्व]

१. निंदा । बुराई । अपकीर्ति । बदनामी । क्रि॰ प्र॰—करना ।—होना ।

२. वह कविता जो किसी के प्रति निंदा, अपकीर्ति या व्यंग्योक्ति- परक हो ।