हटकना
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]हटकना ^१ क्रि॰, स॰ [हि॰ हट (=दूर होना) + करना]
१. मना करना । निषेध करना । वर्जन करना । किसी काम से हटाना या रोकना । उ॰—(क) तुम्ह हटकहु जौ चहहु उबारा । कहि प्रतापु, बल रोष हमारा ।—तुलसी (शब्द॰) । (ख) जुरी आय सिदरीं जमुना तट हटक्यो कोउ न मान्यो ।—सूर (शब्द॰) ।
२. चौपायों को किसी ओर जाने से रोककर दूसरी ओर फेरना । रोककर दूसरी तरफ हाँकना । उ॰—(क) पायँ परि बिनती करौ हौं हटकि लावौ गाय ।—सूर (शब्द॰) । (ख) माधव जू ! नेकु हटकौ गाय ।—सूर (शब्द॰) । मुहा॰—हटकि = (१) हठात् । जबरदस्ती । (२) बिना कारण ।
हटकना ^२ क्रि॰ अ॰ रुकना । हिचकिचाना ।