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हया

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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हया ^१ संज्ञा स्त्री॰ [अ॰] लज्जा । लाज । शर्म । उ॰—हया से सर झुका लेना, अदा से मुस्करा देना । हसीनों का भी कितना सहल है, बिजली गिरा देना । —कविता कौ॰, भा॰ ४, पृ॰ ६२० । यौ॰—हयादार । हयादारी । बेहया । बेहयाई ।

हया ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. अश्वगंधा ।

२. वडवा । घोड़ी [को॰] ।