हरमल

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

हरमल संज्ञा पुं॰ [देश॰] डेढ़ दो हाथ ऊँची एक प्रकार की झाडी़ । विशेष—यह झाड़ी सिंध, पंजाब, काश्मीर और दक्षिण भारत में बहुतायत से पाई जाती है । इसकी पत्तियाँ ओषधि के रूप में काम आती हैं और उसके बीजों से एक प्रकार का लाल रंग निकलता है ।