हरिहर

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

हरिहर संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. विष्णु और शिव का संयुक्त रूप । हरे- श्वर ।

२. एक नदी का नाम [को॰] ।

हरिहर क्षेत्र संज्ञा पुं॰ [सं॰] बिहार में सोन नदी के किनारे पर स्थित एक तीर्थस्थान । विशेष—यहाँ कार्तिक पूर्णिमा को गंगास्नान और बड़ा भारी मेला होता है । यह मेला पंद्रह दिन तक रहता है और बहुत दूर दूर से यहाँ दूकानें आती हैं । हाथी, घोड़े आदि जानवर भी बिकने के लिये आते हैं ।